सामान्य हिन्दी
‘सूक्ति’ का सन्धि-विच्छेद क्या है?
a) सू + उक्ति (b) सू + उक्तिः c) सु + उक्ति (d) सू + उक्ति
‘विद्यार्थी’ शब्द में कौन-सी सन्धि है?
a) दीर्घ (b) गुण (c) वृद्धि (d) यण
‘पथभ्रष्ट’ में कौन-सा समास है?
(a) कर्मधारय (b) तत्पुरुष (c) द्विगु (d) द्वन्द
‘प्रत्यक्ष’ शब्द किस समास का उदाहरण है?
(a) अव्ययीभाव (b) तत्पुरुष (c) कर्मधारय d) द्वन्द
‘उहापोह’ का पर्यायवाची क्या है?
(a) निश्चित (b) असमंजस (c) अभिभूत (c) अवसान
‘अंत’ शब्द का पर्यायवाची क्या होगा?
(a) फल (b) फासला (c) आवजन (d) पट
‘आगमन’ शब्द किसका विपरीतार्थक है?
(a) निर्गमन (b) वियोजन (c) निर्गत d) अजेय
‘आगम’ किस शब्द का विलोम है?
(a) दुर्गम (b) सुगम c) दुर्जेय (d) अजेय
‘सरकार के प्रयास से जारी होने वाली सूचना कहलाती है
(a) संसूचना (b) अध्यादेश (c) राज्यादेश (d) अधिसूचना
‘जिसके समान कोई दूसरा न हो’ उसे क्या कहेंगे?
(a) शक्तिशाली (b) प्रतिभाशाली (c) अद्वितीय (d) पराक्रमी
निर्देश (प्र.सं. 51-52) नीचे दिए गए चार विकल्पों में से तत्सम
शब्द का चयन कीजिए।
(a) छाता (b) छत्र (c) छात्र d) छता
(a) अंस (b) अंश c) अश (d) अस
‘दुर्जन’ में कौन-सा उपसर्ग है?
(a) उद् (b) उप (c) दुर् d) दुस
‘अत्याधुनिक’ शब्द में कौन-सा उपसर्ग है?
(a) अन्त (b) अति (c) अप (d) अव
चलता पुर्जा का अर्थ क्या है?
(a) ईमानदार (b) बेईमान
(c) चालाक और व्यवहार कुशल (d) धूर्त
अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ क्या है।
(a) बुद्धि का इस्तेमाल करना (b) बुद्धिमान होना
(c) बुद्धिहीन हो (d) बुद्धि का प्रयोग नहीं करना
सही वर्तनी वाला शब्द चुनिए
(a) निरुपाय (b) निरपाय (c) नीरूपाय (d) निरूपय
सही वर्तनी वाला शब्द चुनिए
(a) अब्राजन (b) आव्रजन c) आवजन (d) आवर्जन
निर्देश (प्र.सं.69-60) निम्नलिखित वाक्यों में से शुद्ध वाक्य को
सही उत्तर के रूप में चुनें।
(a) आकाशवाणी से यह समाचार कहा गया।
(b) आकाशवाणी से यह समाचार प्रसारित किया गया।
(c) आकाशवाणी से यह समाचार बताया गया।
(d) आकाशवाणी से यह समाचार सुनाया गया।
(a) तुलसी और सूर अवधी और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कवि हैं।
(b) तुलसी और सूर क्रमश: अवधी और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कवि है।
(C) तुलसी अवधी के श्रेष्ठ कवि हैं और ब्रजभाषा के सूर हैं।
(d) तुलसी अवधी के श्रेष्ठ कवि हैं और सूर ब्रजभाषा के है।
अनुराग किस रस का स्थायी भाव है?
(a) वात्सल्य (b) भक्ति (c) शान्त d) भयानक
रौद्र रस का स्थायी भाव क्या है?
(a) भय (b) घृणा (C) क्रोध (d) शोक
चौपाई के प्रत्येक चरण में कितनी मात्राएँ होती हैं?
(a) 12 (b) 14 (c) 16 (d) 18
गणों की संख्या कितनी है?
(a) 4 (b) 10 (c) 9 (d) B
अति मलीन, वृषभानु कुमारी।
अघमुख रहित, उदघ नहीं चितवत्
जयों गथ हारे पकित जुआरी।
छूटे चिकुर बदन कुम्हिलानों, ज्यों
नलिनी हिसकर की मारी॥
(a) रूपक (b) उपमा (c) उत्प्रेक्षा (d) प्रतीप
निर्देश (प्र.सं. 65-66) निम्नलिखित प्रश्नों के पद्यांशों में प्रयुक्त
अलंकार के भेद का चयन दिए गए विकल्पों में कीजिए।
कुन्द इन्दु सम देह, उमा रमन करूण अयन ।
(a) उपमा (b) प्रतीप (c) श्लेष (d) दृष्टान्त
‘उन्मुख’ का विलोम शब्द बताइए
(a) प्रमुख (b) विमुख (c) त्रिमुख (d) सन्मुख
‘कठिन परिश्रम करने वाला’ के लिए कौन-सा मुहावरा प्रयुक्त
होता है?
(a) बँघुआ मजदूर (b) कोल्हू का बैल (c) अल्लाह की गाय (d) घोबी का गधा
निर्देश (प्र.सं. 69-72) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर गद्यांश के
आधार पर दीजिए।
गद्यांश
पश्चिम की प्रौद्योगिकी और पूरब की धर्मचेतना का सर्वश्रेष्ठ लेकर ही नई मानव संस्कृति का निर्माण सम्भव है। पश्चिम नया धर्म चाहता है, पूरब नया ज्ञान। दोनों ही अपनी-अपनी आवश्यकता है। वहाँ यन्त्र है, मन्त्र नहीं। यहाँ मन्त्र है, यन्त्र नहीं। वहाँ भौतिक सम्पन्नता है, यहाँ आध्यात्मिक सम्पन्नता है। पश्चिम के आध्यात्मिक दैन्य को दूर करने में पूरब की मैत्री, करुणा और अहिंसा के संदेश महत्त्वपूर्ण होंगे तो पूरब के भौतिक दैन्य को
पश्चिम की प्रौद्योगिकी दूर करेगी। पूरब-पश्चिम के मिलन से ही मनुष्य की देह और आत्मा को एक साथ चरितार्थता मिलेगी। इससे प्रौद्योगिकी जड़ता के बंधनों से मुक्त होगी और पूरब का अध्यात्मवाद, परलोकवाद तथा निष्क्रियतावाद से छुटकारा पाएगा। भाग्यवाद को प्रौद्योगिकी को सौंपकर हम मनुष्य की कर्मण्यता को चरितार्थ करेंगे और इस धरती के जीवन को स्वर्गोपम बनाएंगे। जीवन से भाग करके नहीं, उसके भीतर से ही में लोकमंगल की साधना करनी होगी। विरक्तिमूलक आध्यात्मिकता का स्थान
लोकमांगलिक आध्यात्मिकता लेगी। यह आध्यात्मिकता लोकमंगल और लोकसेवा में ही चरितार्थता पाएगी। मनुष्य मात्र के दुःख, उत्पीड़न और अभाव के प्रति संवेदित और क्रियाशील होकर ही हम अपनी आध्यात्मिकता को प्राणावान, जीवन्त और सार्थक बना सकेंगे। ज्ञान को शक्ति में नहीं, परमार्थ और उत्सर्ग में डालकर ही हम मानवता को उजागर करेंगे। प्रकृति से हमने जो कुछ पाया है, उसे हम बलात् छीनी हुई वस्तु क्यों माने? क्यों न हम यह स्वीकार करें कि प्रकृति ने अपने अक्षय भण्डार को मानव-मात्र के लिए अनावृत्त कर रखा है? प्रकृति के प्रति प्रतियोगिता या प्रतिस्पर्धा का भाव क्यों रखा जाए? वस्तुतः प्रकृति के प्रति सहयोगी, कृतज्ञ तथा सदाशय होकर ही मनुष्य अपनी भीतरी प्रकृति को राग-द्वेष से मुक्त करता है और स्पर्धा को प्रेम में बदलता है। आज आणविक प्रौद्योगिकी को मानव कल्याण का साधन बनाने की अत्यन्त आवश्यकता है। यह तभी सम्भव है जब मनुष्य की बौद्धिकता के साथ-साथ उसकी रागात्मकता का विकास हो। रवीन्द्र तथा गाँधी का यही संदेश है। ‘कामायनी’ के रचयिता जयशंकर प्रसाद ने श्रद्धा
और भाव के समन्वय पर बल दिया है। मानवता की रक्षा और उसके विकास के लिए पूरब-पश्चिम का सम्मिलन आवश्यक है। तभी कवि पन्त का यह कथन चरितार्थ हो सकेगा- ‘मानव तुम सबसे सुन्दरतम’।
उपरिलिखित अवतरण का सर्वाधिक उपयुक्त शीर्षक हो सकता है
(a) पूरब-पश्चिम का सम्मिलन (b) मानव-उत्पीड़न से मुक्ति
(C) पूरब पूरब है पश्चिम पश्चिम है।(d) मानव तुम सबसे सुन्दरतम्
मनुष्य का एक साथ दैहिक और आत्मिक विकास निम्नांकित
कथन की क्रियान्वित से ही सम्भव है
(a) पूँजीवाद और साम्यवाद के समन्वय से
(b) पूरब और पश्चिम के समन्वय से
(c) तन्त्र और मन्त्र के समन्वय से
(d) लोक और परलोक के समन्वय से
प्रकृति के प्रति श्रेयस्कर है मनुष्य का
(a) रागात्मक भाव (b) कृतज्ञता भाव (c) स्पर्धा भाव (d) असूया भाव
भौतिक साधन विपन्नता से मुक्ति के लिए आज अनिवार्य है
(b) परलोकवादी विचारधारा का त्याग (d) प्रौद्योगिकी का ग्रहण
(a) आणविक शस्त्रास्त्रों का निर्माण(c) पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण
निम्नलिखित में से कौन-सी रचना कालिदास की नहीं है?
(a) रघुवंशम् (b) अभिज्ञानशाकुन्तलम्
(c) कुमारसंभवम् (d) मुद्राराक्षस
‘नाट्य शास्त्र’ के रचयिता कौन थे?
(a) मरत मुनि (b) नारद मुनि (c) झंडु मुनि (d) व्यास मुनि
‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ के तहत कितनी राशि पुरस्कृत साहित्यकार को प्रदान की जाती है?
(a) 5 लाख (b) 7 लाख (c) 11 लाख (d) 51 लाख
‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ कब से प्रदान किया जा रहा है?
(a) 1954 से (b) 1961 से (c) 1965 से (d) 1969 से
पद्यांश
रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद,
आदमी भी क्या अनोखा जीव होता है!
उलझने अपनी बनाकर आप ही फँसता,
और फिर बेचैन हो जगता, न सोता है।
मैं जानता है तू कि मैं कितना पुराना हूँ?
चुका हूँ देख मनु को जनमते-मरते
और लाखों बार तुझ-से पागलों को भी
चाँदनी में बैठ स्वप्नों पर सही करते।
-रामधारी सिंह दिनकर
‘अनोखा जीव’ का समानार्थी लिखें।
(a) विशिष्ट प्राणी (b) अद्भुत प्राणी
(C) आलोक प्राणी (d) इनमें से कोई नहीं
‘चाँदनी’ का पर्यायवाची नहीं है।
(a) कौमुदी (b) चन्द्रिका (C) ज्योत्स्ना (d) गगन
यहाँ ‘मैं’ किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
(a) मनुष्य (b) चाँद (c) प्राणी (d) इनमें से कोई नहीं
बेचैन में कौन-सा उपसर्ग है?
(a) बे (b) न (c) अन (d) इनमें से कोई नहीं
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